google.com, pub-3412048091495808, DIRECT, f08c47fec0942fa0 Sahitya Tirtha - My Literature, My Creation साहित्य तीर्थ - माझं साहित्य, माझं लिखाण: Hindi songs मेरा यार ,यारो बिल्कुल वैसा है|

रविवार, २२ मे, २०११

Hindi songs मेरा यार ,यारो बिल्कुल वैसा है|

मेरा यार ,यारो बिल्कुल वैसा है|
सपनो में  मैने देखा था जसा है|
रंग रूप उसका और क्या कहना है|
वो तो मेरे जीवन का गहना है| ||धृ||

आज कल मै सोच मी डुबा रहता था|
होगा यार मेरा कैसा यही सोचता था|
उसका हि चेहरा हर चहरमे  निहारता था|
हर चेहरे को चाँद से में तौलता था|
चाँद  से ही  आज कल मुझे रुठे रहना  है|
उसका तो हँसना ही बहता हुआ झरना है| ||१||
 
उसने नजरे उठा के गौर से मुझे देखा है|
मैने भी उसे देख कर सब कूच सोचा है|
वो मेरे दीपककी जलती जोती है|
उससेही रोषण मेरी सुबह श्याम होती है|
बाकी अभी तक उसे यह  कहना है|
जीवनभर सितारोकेही संग रहना  है| ||२||
 
 
सोमनाथ आ. पगार
  Tech. Asst. Electrical Engg.
K.K.Wagh Polytechnic,Second Shift,
Amrut Dham, Panchvati, Nashik-3
Mb.9273357159

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