गीत-यह दिल जस्ट चोर है
यह दिल जस्ट चोर है
प्यार मांगे मच मोर है ll धृ ll
प्यार मांगे मच मोर है ll धृ ll
जैसे पेड पर हरे पत्ते
और पागलसी बरसात
जैसे आकाशमें तारा
और अंधेरी हो रात
यह दिल नजरे जमाये
बैठा बस तेरी ओर है ll1ll
यह दिल जस्ट,,,,
और पागलसी बरसात
जैसे आकाशमें तारा
और अंधेरी हो रात
यह दिल नजरे जमाये
बैठा बस तेरी ओर है ll1ll
यह दिल जस्ट,,,,
बहकी हुई है हवा
और तेरा एक इशारा
हर रोज लगे दिवाली
हमसफर प्यार का नारा
हम आज दो है पर
दिलमे नेक्स्ट फोर है ll2ll
यह दिल जस्ट ,,,,,,
और तेरा एक इशारा
हर रोज लगे दिवाली
हमसफर प्यार का नारा
हम आज दो है पर
दिलमे नेक्स्ट फोर है ll2ll
यह दिल जस्ट ,,,,,,
सोमनाथ पगार, नाशिक
गीतकार/कवी
Email-somnathapagar@gmail.com
somnathpagar@yahoo.co.in
Blog: somnathpagar.blogspot.com
©® अगर इस रचना का व्यावसायिक वापर करना हो तो कृपया, संपर्क करे
☎
📱
💻
📝
🎸
📻
🎧
🎼
👆
👏
गीतकार/कवी
Email-somnathapagar@gmail.com
somnathpagar@yahoo.co.in
Blog: somnathpagar.blogspot.com
©® अगर इस रचना का व्यावसायिक वापर करना हो तो कृपया, संपर्क करे










कोणत्याही टिप्पण्या नाहीत:
टिप्पणी पोस्ट करा